Australia vs Afghanistan: विश्वकप 2023 का 39 वां मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने अफ़ग़ानिस्तान पर तीन विकेट से शानदार जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया।
गौरतलब है की ऑस्ट्रेलिया ने अफ़ग़ानिस्तान द्वारा दिए गए 292 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 46.5 ओवर में 7 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। इस बीच ऑस्ट्रेलियाई हरफनमौला खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए मात्र 128 गेंदों में 201 रन बनाये और अपने वनडे कैरियर का पहला दोहरा शतक जड़ दिया।
इब्राहिम जादरान ने जड़ा शतक
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अफ़ग़ानिस्तान ने 50 ओवर में पांच विकेट खोकर 291 रन बनाये जिसमें सलामी बल्लेबाज इब्राहिम जादरान ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतकीय पारी खेली, उन्होंने 143 गेंदों में आठ चौके और तीन छक्के की मदद से 129 रन की पारी खेली और अपने वनडे कैरियर का पांचवा शतक लगाया। इसके अलावा राशिद खान ने आखिर में आकर तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 18 गेंदों में 35 रन की तेजतर्रार पारी खेली। कप्तान हश्मतुल्लाह शहीदी ने 26 रहमत शाह ने 30 और अजमतुल्लाह ओमरज़ाई ने 22 रन बनाये। और कुल मिलाकर सभी बल्लेबाजों ने मिलकर टीम को एक मजबूत लक्ष्य तक पहुँचाया।
अफ़ग़ानिस्तान के गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत की
जवाब में लक्ष्य का पीछा करने आयी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब रही और मात्र 91 रन के स्कोर पर आधी से ज्यादा टीम के खिलाड़ी पवेलियन लौट चुके थे। अफ़ग़ानी गेंदबाजों ने पारी की शुरुआत में ही विकेट चटकाते हुए शानदार शुरुआत की और ऐसा लग रहा था की जल्द ही कंगारुओं की पूरी टीम ढेर हो जायेगी।
लेकिन ग्लेन मैक्सवेल ने वो पारी खेली जो इस मुकाबले से पहले इन परिस्थितियों में शायद किसी ने किसी भी बल्लेबाज को ऐसे खेलते हुए देखा भी नहीं होगा। मैक्सवेल की इस तूफानी पारी से अफ़ग़ानिस्तान की साँसे रुक गयी।
गौरतलब है धारदार गेंदबाजी कर रहे गेंदबाजों से मैक्सवेल ने अकेले ही मोर्चा लिया और तूफानी अंदाज से रन बनाये उन्होंने अपने ही अंदाज में शतक ठीक दिया। आईसीसी विश्वकप इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले इस दाएं हाँथ के स्टार ऑलराउंडर मैक्सवेल अफ़ग़ानिस्तान की जीत में दीवार बन कर खड़े रहे और बेहत मुश्किल परिस्थितियों में शतकीय पारी खेली।
एक समय मात्र 71 रन पर सात विकेट गंवा चुकी कंगारू टीम बेहद मुश्किल स्थिति में थी लेकिन उसके बाद मैक्सवेल नाम का तूफ़ान आया और 76 गेंदों में शतक जड़ दिया। यह मैक्सवेल के इस वनडे वर्ल्डकप में दूसरा शतक है।
क्या रहा मैच का टर्निंग पॉइंट
मैक्सवेल जिस तरह से दबाव में टीम के लिए खड़े रहे वह उनकी मजबूत मानसिकता को दर्शाता है। लेकिन इसमें सबसे ज्यादा अहम भूमिका अफ़ग़ानिस्तान की खराब फील्डिंग को भी है। आपको बतादें की अफ़ग़ानिस्तान की टीम ने मैक्सवेल का कैच छोड़कर एक बड़ी गलती की थी जिसका खामियाजा उनको मैच गंवाकर भुगतना पड़ा। दरअसल पहले 22 वें ओवर के पांचवी गेंद पर मुजीब उर रहमान ने उनका कैच छोड़ा। उस समय मैक्सवेल केवल 33 रन पर थे लेकिन उसके बाद वह रुके नहीं और हर गेंदबाज की जमकर खबर ली। राशिद खान ने लेकर मोहम्मद नबी तक उन्होंने सभी को लम्बे-लम्बे छक्के लगाए।
क्रैम्प के बावजूद क्रीज पर खड़े रहे मैक्सवेल
भविष्य में जब कभी साहस की बात होगी तो निश्चित ही क्रिकेट के इतिहास में ग्लेन मैक्सवेल का नाम लिया जाएगा। एक समय में वह पैरों के क्रैम्प की वजह से क्रीज पर दौड़ भी नहीं पा रहे थे लेकिन उनके साहस में कोई कमी नहीं थी। वह अंतिम समय तक खड़े रहें और मेडेन ओवर भी खेले, कई बार मैदान में फिजियो भी आया लेकिन मैक्सवेल के जज्बे में कोई कमी नहीं आयी और वह टीम को जीत दिलाकर ही पवेलियन वापस आये।
गौरतलब है की उन्होंने कप्तान पैट कमिंस के साथ शतकीय साझेदारी की लेकिन इस साझेदारी में ज्यादा रन मैक्सवेल के ही थे। ग्लेन मैक्सवेल की यह पारी एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे शानदार पारियों में से एक रही है। किसी भी बल्लेबाज ने वनडे में इस तरह की पारी नहीं खेली जहा इसने अकेले दम पर दोहरा शतक लगाकर मुश्किल स्थिति से बाहर निकालते हुए टीम को जीत दिलाई हो।
Some match winning innings are such that you just stand up and applaud. An inning to remember for lifetime by Maxwell 👏 👏 #AUSvAFG pic.twitter.com/zoCQeztbBE
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) November 7, 2023
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It was an honor witnessing this mental & physical genius of @Gmaxi_32 .
Its one of all time great ODI innings. #AUSvsAFG— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) November 7, 2023
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